Home International Putin Warning : इन दोनों देशो को क्यों दी चेतावनी जानिए पूरा सच |

Putin Warning : इन दोनों देशो को क्यों दी चेतावनी जानिए पूरा सच |

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Putin Warning : इन दोनों देशो को क्यों दी चेतावनी जानिए पूरा सच |

Putin Warning :  यूक्रेन के साथ जारी इस वॉर के बीच में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक और बार फिर से नई चेतावनी दी है , परंतु व्लादिमीर पुतिन ने यह चेतावनी इस बार यूक्रेन को नहीं बल्कि फ़िनलैंड और स्वीडन को ही दी है।

यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे इस युद्ध का आज 83वां दिन है , और बीते कुछ दिनों से रुसी सैनिक लगातार यूक्रेन के पूर्वी हिस्से पर बड़े हमला भी कर रहे है और इसकी चपेट में कई शहर पूरी तरह से तबाह भी हो चुके है। इसी बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक और बार फिर नई चेतावनी भी दी है , परंतु व्लादिमीर पुतिन ने यह चेतावनी यूक्रेन को नहीं बल्कि यूरोपीय देशों को ही दी है।

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस बार उनके नाम लेकर कहा फ़िनलैंड और स्वीडन (Finland and Sweden) को साथ ही धमकी भी दी है। व्लादिमीर पुतिन ने यह तो साफ कह दिया है कि अगर यह दोनों देश खतरा बनेंगे तो अंजाम भी भुगतेंगे होगा। इसका मतलब तो साफ है कि पुतिन समय आने पर फ़िनलैंड और स्वीडन पर भी हमला करने से भी नहीं रुकेंगे।

Putin Warning

एक तरफ जहां पहले से ही रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध चल रहा है , दूसरी ओर देखे तो फ़िनलैंड ओर स्वीडन लगातार नाटो में शामिल होने कि कोशिश में लगे हुए है। नाटो के जो प्रधान सचिव है उन्होंने टर्की के विदेश मंत्री से भी बात की है। परंतु , टर्की ने इन दोनों देश फ़िनलैंड ओर स्वीडन को नाटो में शामिल होने का पूरा विरोध किया है।

फिनलैंड देश के पीएम ने नाटो में शामिल होने के प्रोसेस को एक शांति का रास्ता बताया है। वही दूसरे ओर स्वीडन के पीएम ने यह बताया है कि उन्होंने आधिकारिक तौर पर भी नाटो कि सदस्यता के लिए पहले ही आवेदन  दे दिया है। ओर इसी बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सीधे तौर पर फ़िनलैंड ओर स्वीडन को सबसे बड़ी चेतावनी भी दे दी है।

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यह भी कहा है कि , ‘ नाटो के विस्तार के लिए गठबंधन में अभी नई सदस्यों (फ़िनलैंड ओर स्वीडन ) को शामिल करने को लेकर आपको यह बताना चाहता हूँ , कि रूस को उन राज्यों से कोई भी समस्या  नहीं है। इस संबंध में उन देशो के साथ जुड़ने से हमारे को कोई भी सीधा खतरा भी नहीं है , परंतु , इस एरिया में अगर सैन्य बुनियादी ढांचे का विस्तार निश्चित रूप से हमारी प्रतिक्रिया को भड़काएगा. हम यह देखेंगे कि हमारे लिए तो कोई खतरा पैदा तो नहीं हो रहा है।