Gyanvapi Masjid Report : आज सर्वे का काम हुआ पूरा और क्या कुछ मिला खास जानिए पूरी रिपोर्ट |

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Gyanvapi Masjid Report

Gyanvapi Masjid Report :  उत्तर प्रदेश के शहर वाराणसी में मौजूद ज्ञानवापी मस्जिद का सर्वे का काम आज दूसरा दिन पूरा हो गया है , और इस दौरान सुरक्षा के बहुत कड़े इंतज़ाम किया गाए । और आज ज्ञानवापी के केवल आखरीके के 2 तहखानों का सर्वे किया गया। ज्ञानवापी के गुबंद पर भी चढ़कर वीडियोग्राफी कि गई। और जो मस्जिद का पश्चिमी दीवार की भी वीडियोग्राफी कराई गई।

वाराणसी में मौजूद ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में आज सर्वे का काम पूरा हो गया। और कल अदालत में इसकी रिपोर्ट भेजी जाएगी। सर्वे में मिले कुछ साक्ष्यों को लेकर अलग – अलग दावे हो रहे है। हिन्दू पक्ष के सोहन लाल आर्य का मीडिया में यह कहना है की अंदर बाबा मिल गए।

बोले , ‘जिन खोज तिन पाइयां तो इसलिए , जो भी कुछ खोजा जा रहा था उससे कही ज्यादा मिल गया है। आर्य ने यह भी दावा किया कि गुबंद , दीवार और साथ में फर्श के सर्वे के दौरान कई साक्ष्य दबे हुए से भी दिख रहे। अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी के अभयनाथ यादव और मुमताज अहमद यह कहा कि अंदर कुछ भी नहीं मिला।

Gyanvapi Masjid Report

वाराणसी के जिस ज्ञानवापी परिसर का सर्वे हुआ उसी में ही मस्जिद है। और मस्जिद के ठीक बगल में ही काशी विश्वनाथ का मंदिर है । दावा यह किया गया है कि इसे औरंगजेब ने एक मंदिर को तोड़कर बनवाया था। ऐसे में हम आपको शुरू से लेकर , अब तक के विवाद कि पूरी कहानी बताते है ।

ज्ञानवापी में हुए विवाद को लेकर हिन्दू पक्ष का यह कहना है कि इसकी नीचे 100 फ़ीट ऊंचा आदि विश्वेश्वर का स्वयंभू ज्योतिर्लिंग है। काशी विश्वनाथ मंदिर का निर्माण करीब – करीब 2050 साल पहले महाराज विक्रमादित्य ने करवाया था , परंतु मुग़ल के सम्राट औरंगजेब ने साल 1664 में मंदिर को उन्होंने तुड़वा दिया ।

दावा में तो यह भी कहा जा रहा है कि मस्जिद का निर्माण मंदिर को तोड़कर उसी भूमि पर किया गया है , जो कि अब एक ज्ञान वापी मस्जिद के रूप में जाना जाता है।

याचिकाकर्ता ने यह मांग कि है कि ज्ञानवापी मस्जिद के परिसर का पुरातात्विक सर्वेक्षण कर यह पता लगाया है कि जमीन के अंदर का भाग मंदिर का अवशेष है या नहीं।

साथ में ही विवादित ढांचे का फर्श तोड़कर ये पता लगाया गया है कि 100 फ़ीट ऊँचा ज्योतिलिंग स्वयंभू विश्वेश्वरनाथ भी वहां मौजूद है या नहीं। मस्जिद कि दीवारों कि भी जाँच कर यह पता लगाया कि ये मंदिर कि है या नहीं। याचिकाकर्ता का दावा है कि काशी विश्वनाथ मंदिर के अवशेषों से ही ज्ञानवापी मस्जिद का निर्माण हुआ था।

इन्ही दावों पर सुनवाई करते हुए अदालत ने कोर्ट में कमिश्नर नियुक्त करते हुए उन्होंने आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की एक टीम भी बनाई। और इस टीम को ज्ञानवापी परिसर का सर्वे करने के लिए कहा गया था। और तो और सोमवार को सर्वे का काम पूरा हो गया।